हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "तोहफ ए ओकूल" पुस्तक से लिया गया हैं इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام الحسن المجتبی علیه السلام
یا ابنَ آدَم! إنّكَ لَم تَزَلْ فی هَدمِ عُمرِك مُنذُ سَقَطْتَ مِن بَطنِ أُمِِّكَ فَخُذ مِمّا فی یَدَیكَ لِما بَینَ یَدَیك.
हज़रत इमाम हसन अल्लाह अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
ए इब्ने आदम! तू जब से मां के पेट से बाहर आया है उस वक्त से तुम्हारी उम्र वीरान और मुन्हादिम हो रही है,तो आज के वक्त को बेहतर समझो और जिस कद्र तुम्हारी ताकत और तवान अख्तियार में है मौत के बाद के लिए ज़ादह राह इकट्ठा कर लें।
तोहफ ए ओकूल,पेंज 112